हर वो व्यक्ति या कंपनी जिसके पास आज के समय में ड्रोन है वो जानना चाहता है की भारत की सर्वश्रेष्ठ ड्रोन बीमा कंपनियाँ कौन हैं और वो कैसे इसका लाभ ले सकते हैं। हमारे देश भारत का ड्रोन उद्योग तेजी से उड़ान भर रहा है। उद्योग रिपोर्ट्स के अनुसार, भारतीय ड्रोन बाजार का आकार 2025 तक लगभग 4.2 अरब डॉलर यानी 420 करोड़ रुपये तक पहुँचने की उम्मीद है, जो 2030 तक बढ़कर 23 अरब डॉलर यानी 2300 करोड़ रुपये तक पहुँच सकता है। यह वृद्धि न केवल तकनीकी नवाचारों के कारण है, बल्कि सरकार की उदार नीतियों और योजनाओं की वजह से भी संभव हुई है — जैसे कि Drone Rules 2021 और Production Linked Incentive (PLI) स्कीम।
आज ड्रोन का उपयोग कृषि, लॉजिस्टिक्स, सर्विलांस, फिल्ममेकिंग, आपदा प्रबंधन और इंफ्रास्ट्रक्चर मॉनिटरिंग जैसे कई क्षेत्रों में हो रहा है। लेकिन जैसे-जैसे ड्रोन का उपयोग बढ़ा है, वैसे-वैसे उससे जुड़ा जोखिम भी बढ़ा है। यही कारण है कि भारत में ड्रोन बीमा (Drone Insurance) अब एक वैकल्पिक नहीं बल्कि अनिवार्य सुरक्षा कवच बन गया है।
भारत में ड्रोन बीमा आवश्यक क्यों है?
ड्रोन एक अत्याधुनिक उपकरण है जो कई उद्योगों के लिए उनकी कार्यक्षमता बढ़ा रहा है। हालांकि, यह तकनीक जोखिमों से मुक्त नहीं है। एक ड्रोन के गिरने या तकनीकी खराबी के कारण संपत्ति को नुकसान या किसी व्यक्ति को चोट लग सकती है।
भारत के Unmanned Aircraft System (UAS) Rules 2020 के तहत, सभी ड्रोन ऑपरेटरों के लिए थर्ड-पार्टी लाइबिलिटी इंश्योरेंस(Third-Party Liability)अनिवार्य है। इसका अर्थ यह है कि यदि आपके ड्रोन के कारण किसी तीसरे पक्ष को नुकसान होता है — तो बीमा कंपनी उसकी भरपाई करेगी।
लेकिन बीमा केवल कानूनी अनुपालन तक सीमित नहीं है। यह आपके निवेश की सुरक्षा और मानसिक शांति दोनों सुनिश्चित करता है।
ड्रोन बीमा के प्रमुख लाभ:
- वित्तीय सुरक्षा: दुर्घटना या खराबी के बाद मरम्मत और रिप्लेसमेंट लागत को कवर करता है।
- थर्ड-पार्टी सुरक्षा: संपत्ति नुकसान या शारीरिक चोट जैसी स्थितियों में तीसरे पक्ष को क्षतिपूर्ति।
- व्यावसायिक विश्वसनीयता: बीमित ऑपरेटर ग्राहकों और सरकारी प्रोजेक्ट्स में अधिक भरोसेमंद माने जाते हैं।
- मन की शांति: दुर्घटनाओं की चिंता के बिना संचालन पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।
भारत में ड्रोन बीमा का कानूनी परिदृश्य
DGCA (Directorate General of Civil Aviation) के अनुसार, सभी ड्रोन ऑपरेटरों को अपने ड्रोन को Digital Sky प्लेटफ़ॉर्म पर रजिस्टर करना होता है और एक वैध बीमा पॉलिसी रखना आवश्यक है।
ड्रोन बीमा मुख्य रूप से दो प्रकार का होता है:
- थर्ड पार्टी लाइबिलिटी कवरेज: संपत्ति या व्यक्ति को हुए नुकसान की जिम्मेदारी कवर करता है।
- हल कवरेज (Hull Coverage): ड्रोन स्वयं को हुए नुकसान (क्रैश, चोरी, तकनीकी खराबी आदि) को कवर करता है।
इसके अलावा, पेलोड कवरेज, BVLOS (Beyond Visual Line of Sight) ऑपरेशन कवरेज, और नाइट फ्लाइंग जैसे ऐड-ऑन विकल्प भी उपलब्ध हैं।
भारत की सर्वश्रेष्ठ ड्रोन बीमा कंपनियाँ (2025)

2025 में भारतीय बाजार में कई बीमा कंपनियाँ और प्लेटफ़ॉर्म ड्रोन बीमा प्रदान कर रहे हैं। इनका मूल्यांकन मार्केट प्रतिष्ठा, कवरेज, ग्राहक समीक्षा, दावा निपटान दर और DGCA अनुपालन के आधार पर किया गया है।
नीचे भारत की पाँच प्रमुख ड्रोन बीमा कंपनियों की विस्तृत तुलना दी गई है।
1. TropoGo – भारत का अग्रणी ड्रोन बीमा प्लेटफ़ॉर्म

TropoGo भारत का पहला विशेषीकृत ड्रोन बीमा प्लेटफ़ॉर्म है जिसने 2019 में HDFC ERGO के साथ साझेदारी कर बाजार में प्रवेश किया। यह प्लेटफ़ॉर्म अपने “Pay-as-you-fly” मॉडल और आसान ऐप आधारित अनुभव के कारण लोकप्रिय है।
मुख्य विशेषताएँ:
- लचीले प्लान: प्रति घंटा, दैनिक, मासिक और वार्षिक योजनाएँ।
- BVLOS कवरेज: लंबी दूरी की उड़ानें या लॉजिस्टिक मिशन के लिए उपयुक्त।
- पेलोड सुरक्षा: कैमरा, सेंसर या अन्य उपकरणों की क्षति का कवरेज।
- डिजिटल सुविधा: TropoGo ऐप से 5 मिनट में पॉलिसी खरीदें या क्लेम दर्ज करें।
कवरेज उदाहरण:
- थर्ड पार्टी लाइबिलिटी: ₹7.5 लाख तक संपत्ति नुकसान, और अनलिमिटेड मानव चोट क्षतिपूर्ति।
- हल कवरेज: ड्रोन दुर्घटना, चोरी या नुकसान की स्थिति में सुरक्षा।
- ऐड-ऑन: नाइट फ्लाइंग, ट्रेनिंग ड्रोन और ट्रांजिट कवरेज।
प्रीमियम रेंज: ₹4,000 – ₹50,000 (वार्षिक)
क्यों चुनें TropoGo?
यदि आप तकनीक-प्रेमी ऑपरेटर हैं जो लचीले विकल्प चाहते हैं, तो TropoGo आपके लिए आदर्श है। इसकी “pay-as-you-fly” सुविधा छोटे व्यवसायों और हॉबीस्ट्स दोनों के लिए किफायती है।
2. HDFC ERGO – विश्वसनीयता और सेवा का प्रतीक

भारत की प्रमुख जनरल इंश्योरेंस कंपनियों में से एक HDFC ERGO ने ड्रोन बीमा को मुख्यधारा में लाने में बड़ी भूमिका निभाई है।
मुख्य विशेषताएँ:
- व्यापक कवरेज: थर्ड पार्टी लाइबिलिटी, हुल डैमेज और पेलोड सुरक्षा शामिल।
- Pay-as-you-fly मॉडल: कभी-कभार उड़ान भरने वालों के लिए लागत प्रभावी।
- उच्च दावा निपटान दर: 96% (IRDAI 2023 रिपोर्ट के अनुसार)।
- DGCA अनुपालन और Digital Sky एकीकरण।
कवरेज सीमा:
- संपत्ति नुकसान: ₹7.5 लाख तक।
- दुर्घटनात्मक क्षति: मरम्मत या प्रतिस्थापन लागत।
- ऐड-ऑन: BVLOS और नाइट फ्लाइंग सुरक्षा।
प्रीमियम रेंज: ₹4,000 – ₹30,000
क्यों चुनें HDFC ERGO?
विश्वसनीय नेटवर्क, उच्च क्लेम रेशियो और लचीले प्लान इसे कॉर्पोरेट क्लाइंट्स और प्रोफेशनल ड्रोन ऑपरेटरों के लिए आकर्षक विकल्प बनाते हैं।

TATA AIG ने Drone Federation of India (DFI) के साथ मिलकर विशेष ड्रोन बीमा योजनाएँ विकसित की हैं। इसका ध्यान उद्योग-विशिष्ट जरूरतों पर है — जैसे सर्वेक्षण, प्रशिक्षण, या कृषि उपयोग।
मुख्य विशेषताएँ:
- कस्टमाइज़ प्लान: DGCA दिशा-निर्देशों के अनुरूप।
- ट्रेनिंग ड्रोन कवरेज: RPTOs (Remote Pilot Training Organizations) के लिए उपयुक्त।
- BVLOS और पेलोड सुरक्षा शामिल।
- उच्च क्लेम सेटलमेंट रेशियो: 98.4% (IRDAI 2023)।
प्रीमियम रेंज: ₹8,000 – ₹60,000
क्यों चुनें TATA AIG?
यदि आप कमर्शियल ऑपरेटर हैं या ड्रोन ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट चलाते हैं, तो TATA AIG का बीमा सबसे संतुलित और सुरक्षित विकल्प है।
4. ICICI Lombard – आसान उपलब्धता और मजबूत समर्थन

ICICI Lombard अपनी व्यापक शाखा नेटवर्क और डिजिटल सुविधाओं के लिए प्रसिद्ध है। यह कंपनी हुल, थर्ड पार्टी और पेलोड कवरेज के साथ कई ऐड-ऑन प्रदान करती है।
मुख्य विशेषताएँ:
- हल डैमेज, थर्ड पार्टी और पेलोड कवरेज शामिल।
- 24/7 ग्राहक सहायता।
- BVLOS, नाइट फ्लाइंग, और ट्रांजिट ऐड-ऑन।
- DGCA और Digital Sky अनुपालन।
प्रीमियम रेंज: ₹5,000 – ₹35,000
क्यों चुनें ICICI Lombard?
यदि आप व्यक्तिगत संपर्क और शाखा आधारित समर्थन चाहते हैं, तो यह कंपनी आपके लिए उपयुक्त है। इसकी ऑनलाइन क्लेम प्रक्रिया भी काफी सरल है।
5. Bajaj Allianz – किफायती और भरोसेमंद विकल्प

Bajaj Allianz उन ऑपरेटरों के लिए उपयुक्त है जो सस्ते लेकिन प्रभावी बीमा विकल्प चाहते हैं। यह TropoGo जैसे प्लेटफ़ॉर्म के साथ साझेदारी में काम करता है और छोटे व्यवसायों के बीच लोकप्रिय है।
मुख्य विशेषताएँ:
- कम प्रीमियम (₹4,000 से शुरू)।
- थर्ड पार्टी, हल और पेलोड कवरेज।
- त्वरित क्लेम प्रक्रिया – 24 घंटे में सर्वेयर नियुक्ति।
- BVLOS और नाइट फ्लाइंग ऐड-ऑन।
क्यों चुनें Bajaj Allianz?
यदि आप शौकिया ड्रोन ऑपरेटर या छोटे पैमाने के कमर्शियल यूज़र हैं, तो Bajaj Allianz का किफायती प्रीमियम आपको बेहतर सुरक्षा देगा।
ड्रोन बीमा की लागत को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक
ड्रोन बीमा प्रीमियम कई कारकों पर निर्भर करता है। इन्हें समझकर आप अपनी जरूरतों के अनुरूप बेहतर निर्णय ले सकते हैं।
- ड्रोन का आकार और वजन:
- नैनो (<250 ग्राम) और माइक्रो (<2 किग्रा) ड्रोन का बीमा सस्ता होता है।
- मीडियम और हेवी ड्रोन के लिए प्रीमियम अधिक (₹15,000–₹60,000)।
- उपयोग का प्रकार:
- मनोरंजन हेतु उपयोग: ₹4,000–₹10,000
- व्यावसायिक उपयोग (जैसे सर्वेक्षण या डिलीवरी): ₹10,000–₹50,000
- कवरेज सीमा:
- केवल थर्ड पार्टी: ₹4,000–₹20,000
- पूर्ण कवरेज (हुल, पेलोड, BVLOS): ₹20,000–₹60,000
- ऑपरेटर का अनुभव:
DGCA प्रमाणित और अनुभवी पायलटों को डिस्काउंट मिलता है। - ऑपरेशन क्षेत्र:
- ग्रीन जोन उड़ानें: कम प्रीमियम।
- येलो/रेड जोन: अधिक जोखिम, अधिक लागत।
सही ड्रोन बीमा कैसे चुनें?
- अपनी जरूरतों का मूल्यांकन करें:
हॉबीस्ट्स के लिए बेसिक थर्ड पार्टी कवरेज पर्याप्त हो सकता है, जबकि कमर्शियल यूज़र्स को हुल और पेलोड कवरेज की जरूरत होती है। - प्लान की तुलना करें:
TropoGo, Policybazaar या ICICI Lombard जैसी साइट्स पर विभिन्न पॉलिसी तुलना करें। - क्लेम प्रक्रिया देखें:
तेज क्लेम निपटान (7–15 दिन) और 24 घंटे में सर्वेयर अपॉइंटमेंट वाले विकल्प चुनें। - DGCA अनुपालन जांचें:
सुनिश्चित करें कि पॉलिसी Digital Sky प्लेटफ़ॉर्म से जुड़ सकती है। - ग्राहक समीक्षा पढ़ें:
Policybazaar या Google Reviews पर उपयोगकर्ता अनुभव पढ़ें।
ऑनलाइन ड्रोन बीमा खरीदने की प्रक्रिया
- TropoGo या ICICI Lombard जैसी विश्वसनीय साइट पर जाएँ।
- ड्रोन का मॉडल, वजन, उपयोग प्रकार और रजिस्ट्रेशन नंबर दर्ज करें।
- कवरेज चुनें (थर्ड पार्टी, हुल, पेलोड, BVLOS आदि)।
- KYC और DGCA प्रमाणपत्र अपलोड करें।
- UPI या कार्ड से भुगतान करें।
- पॉलिसी ईमेल या ऐप पर प्राप्त करें।
- Digital Sky पर बीमा लिंक करें।
पूरा प्रोसेस लगभग 10–15 मिनट में पूरा हो जाता है।
दावा प्रक्रिया (Claims Process)
यदि ड्रोन से कोई दुर्घटना होती है, तो इन चरणों का पालन करें:
- घटना की सूचना 24 घंटे में बीमा कंपनी को दें।
- दुर्घटना की जानकारी (तारीख, समय, स्थान) और तस्वीरें भेजें।
- कंपनी सर्वेयर नियुक्त करती है जो नुकसान का मूल्यांकन करेगा।
- सभी दस्तावेज जमा करें — बीमा पॉलिसी, UIN, तस्वीरें, FIR (यदि आवश्यक हो)।
- क्लेम 7–15 दिनों में निपटाया जाता है।
ध्यान दें:
- निषिद्ध क्षेत्र में उड़ान या खराब मौसम में ऑपरेशन आमतौर पर कवरेज में शामिल नहीं होते।
- जानबूझकर की गई गलती या लापरवाही से हुए नुकसान का क्लेम अस्वीकृत हो सकता है।
विशेष उपयोग के लिए ड्रोन बीमा
कृषि ड्रोन:
स्प्रेयर या सेंसर वाले ड्रोन के लिए पेलोड और BVLOS कवरेज जरूरी है।
(TropoGo और TATA AIG उपयुक्त हैं)
लॉजिस्टिक्स और डिलीवरी:
BVLOS और ट्रांजिट कवरेज जरूरी।
(HDFC ERGO और ICICI Lombard श्रेष्ठ विकल्प हैं)
फिल्ममेकिंग:
कैमरा और नाइट फ्लाइंग कवरेज अनिवार्य।
(ICICI Lombard और Bajaj Allianz उपयुक्त)
ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट्स (RPTO):
ट्रेनिंग ड्रोन और छात्र कवरेज।
(TATA AIG का विशेष RPTO प्लान)
2025 में भारतीय ड्रोन बीमा उद्योग के ट्रेंड्स
- Pay-as-you-fly मॉडल:
छोटे ऑपरेटरों के लिए लचीले और सस्ते विकल्प। - BVLOS ऑपरेशन विस्तार:
DGCA के नए दिशा-निर्देशों से लॉजिस्टिक्स और सर्विलांस में बढ़ोतरी। - AI और डेटा-ड्रिवन प्रीमियम:
सुरक्षित उड़ान डेटा वाले ऑपरेटरों को कम प्रीमियम मिलेगा। - बड़े एंटरप्राइज प्लान:
कंपनियों के लिए मल्टी-ड्रोन कवरेज पॉलिसियाँ। - सस्टेनेबल ड्रोन:
पर्यावरण अनुकूल ड्रोन के लिए प्रीमियम में छूट।
📘 भारत की सर्वश्रेष्ठ ड्रोन बीमा कंपनियों से जुड़े सामान्य प्रश्न (FAQs)
❓प्र.1: क्या भारत में ड्रोन बीमा लेना अनिवार्य है?
उत्तर:
हाँ, भारत में थर्ड-पार्टी लाइबिलिटी बीमा सभी ड्रोन ऑपरेशनों के लिए UAS Rules 2020 और Drone Rules 2021 के तहत अनिवार्य है।
केवल नैनो ड्रोन (250 ग्राम से कम वजन वाले) जो मनोरंजन या शौक के लिए उपयोग किए जाते हैं, उन्हें बीमा से छूट मिल सकती है।
लेकिन यदि आप ड्रोन का व्यावसायिक उपयोग (जैसे फोटोग्राफी, सर्वेक्षण, या डिलीवरी) कर रहे हैं, तो बीमा लेना आवश्यक है।
❓प्र.2: भारत में ड्रोन बीमा की कीमत कितनी होती है?
उत्तर:
ड्रोन बीमा का वार्षिक प्रीमियम लगभग ₹4,000 से ₹60,000 के बीच होता है।
यह आपके ड्रोन के प्रकार, उपयोग के उद्देश्य, और कवरेज सीमा पर निर्भर करता है।
- बेसिक थर्ड-पार्टी बीमा: ₹5,000 से शुरू
- व्यापक कवरेज (BVLOS, पेलोड आदि सहित): ₹15,000–₹50,000 तक
❓प्र.3: ड्रोन बीमा में क्या-क्या कवर होता है?
उत्तर:
एक मानक ड्रोन बीमा पॉलिसी निम्नलिखित चीज़ें कवर करती है —
- थर्ड-पार्टी लाइबिलिटी: किसी व्यक्ति या संपत्ति को हुए नुकसान की भरपाई।
- हुल डैमेज कवरेज: दुर्घटना, चोरी या ड्रोन के नष्ट होने पर सुरक्षा।
- पेलोड प्रोटेक्शन: कैमरा, सेंसर या अन्य उपकरणों को हुए नुकसान का कवरेज।
- ऐड-ऑन कवरेज: BVLOS (लंबी दूरी उड़ान), नाइट फ्लाइंग और ट्रांजिट सुरक्षा जैसी अतिरिक्त सुविधाएँ।
❓प्र.4: भारत में ऑनलाइन ड्रोन बीमा कहाँ से खरीदा जा सकता है?
उत्तर:
आप निम्न माध्यमों से आसानी से ऑनलाइन ड्रोन बीमा खरीद सकते हैं —
- TropoGo: जो TATA AIG और Bajaj Allianz जैसी कंपनियों के साथ साझेदारी करता है।
- बीमा कंपनियों की वेबसाइटें: जैसे HDFC ERGO या ICICI Lombard।
- तुलना प्लेटफ़ॉर्म: जैसे Policybazaar, जहाँ आप कई प्लान एक साथ देख सकते हैं।
❓प्र.5: क्या हॉबी के लिए ड्रोन उड़ाने वालों को भी बीमा की आवश्यकता होती है?
उत्तर:
यदि आप केवल शौक के लिए नैनो या माइक्रो ड्रोन (250 ग्राम से 2 किलो तक) उड़ाते हैं, तो बीमा अनिवार्य नहीं है।
लेकिन फिर भी बीमा करवाना सुझावनीय है ताकि दुर्घटना या नुकसान की स्थिति में आपको आर्थिक सुरक्षा मिल सके।
अगर आप ड्रोन का व्यावसायिक उपयोग (जैसे पेड फोटोग्राफी या वीडियो शूट) कर रहे हैं, तो थर्ड-पार्टी बीमा अनिवार्य है।
❓प्र.6: ड्रोन बीमा का दावा (क्लेम) कैसे किया जाता है?
उत्तर:
ड्रोन से जुड़ी किसी दुर्घटना की स्थिति में दावा करने की प्रक्रिया इस प्रकार है —
- घटना की सूचना 24 घंटे के भीतर बीमा कंपनी को दें।
- घटना का विवरण, तस्वीरें, और संबंधित दस्तावेज़ (UIN, पॉलिसी कॉपी, FIR यदि आवश्यक हो) जमा करें।
- बीमा कंपनी सर्वेयर नियुक्त करती है जो नुकसान का मूल्यांकन करेगा।
- सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, क्लेम आमतौर पर 7–15 दिनों में निपटा दिया जाता है।
❓प्र.7: ड्रोन बीमा में कौन-कौन सी चीज़ें शामिल नहीं होतीं (Exclusions)?
उत्तर:
निम्न परिस्थितियों में बीमा कवरेज लागू नहीं होता —
- जानबूझकर की गई गलती या लापरवाही।
- निषिद्ध क्षेत्र (No-fly zone) में उड़ान।
- खराब मौसम में उड़ान जिसके कारण नुकसान हुआ हो।
- सामान्य घिसावट या तकनीकी खराबी (wear and tear) जो स्वाभाविक रूप से होती है।
निष्कर्ष
भारत का ड्रोन उद्योग 2025 में जबरदस्त उन्नति के दौर में है। ड्रोन अब केवल एक गैजेट नहीं बल्कि एक आवश्यक औद्योगिक उपकरण बन चुका है। लेकिन इस तकनीक के साथ जिम्मेदारी और जोखिम भी आते हैं।
सही बीमा न केवल आपके निवेश को सुरक्षित रखता है, बल्कि आपकी पेशेवर विश्वसनीयता भी बढ़ाता है। चाहे आप TropoGo जैसे डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म का लचीलापन चाहें, HDFC ERGO की विश्वसनीयता, TATA AIG का नवाचार, ICICI Lombard की पहुंच, या Bajaj Allianz की किफायत — विकल्प कई हैं।
बस ध्यान रखें — पॉलिसी चुनते समय अपनी जरूरत, उपयोग प्रकार, और DGCA अनुपालन को प्राथमिकता दें। ड्रोन बीमा आपके व्यवसाय का सुरक्षा कवच है — इसे अनदेखा न करें।
इस पोस्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ें – Top 5 Best Drone Insurance Companies in India

